प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को पोर्ट लुईस में मॉरीशस के राष्ट्रपति धर्मबीर गोखूल से मुलाकात की और उन्हें हाल ही में संपन्न महाकुंभ के दौरान एकत्र किया गया पवित्र गंगा जल भेंट किया।
प्रयागराज में त्रिवेणी संगम से लाया गया पवित्र जल भारत की आध्यात्मिक और सभ्यतागत विरासत का प्रतीक है। इस साल के महाकुंभ में 660 मिलियन से अधिक तीर्थयात्रियों का रिकॉर्ड तोड़ जमावड़ा हुआ, जिससे यह इतिहास का सबसे बड़ा मानव समागम बन गया।
राष्ट्रपति गोखूल, जिन्हें दिसंबर 2024 में सर्वसम्मति से चुना गया था, ने पृथ्वीराजसिंह रूपन का स्थान लिया। एक अनुभवी राजनेता और पूर्व शिक्षा मंत्री, गोखूल का अकादमिक, सार्वजनिक सेवा और राजनीति में एक विशिष्ट करियर रहा है। पीएम मोदी की यात्रा के सम्मान में, वह एक राजकीय भोज की मेजबानी कर रहे हैं, जो दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों को और मजबूत करेगा।
मॉरीशस में प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा की शुरुआत देश के संस्थापक नेताओं को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई। पोर्ट लुइस में सर शिवसागर रामगुलाम बॉटनिकल गार्डन में उन्होंने मॉरीशस के पहले प्रधानमंत्री सर शिवसागर रामगुलाम और पूर्व राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सर अनिरुद्ध जगन्नाथ को श्रद्धांजलि दी। एक्स पर एक संदेश में उन्होंने मॉरीशस की प्रगति में उनके स्थायी योगदान को स्वीकार किया।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने एक पेड़ माँ के नाम पहल के तहत वृक्षारोपण समारोह में भी भाग लिया । रामगुलाम की भागीदारी के लिए आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने इस कदम को प्रकृति, मातृत्व और स्थिरता के प्रति श्रद्धांजलि बताया।
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